इतिहास के 25 प्रश्न के श्रृंखला की शुरुआत की गई है। यह PSC/UPPSC/BPSC/SSC CGL/NTA NET HISTORY/RAILWAY इत्यादि के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह किया गया है। यह श्रंखला का लक्ष्य 1000 प्रश्नों का है। अतः सब्सक्राइव कर ले एवम् इसका लाभ उठाए।इससे आप अपने तैयारी की जांच कर सकते हैं। साथ ही यह सभी परीक्षाओं के लिए तैयार किया गया है।इसके pdf को आप हमारे वेबसाइट पर डाउनलोड कर सकते हैं।
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History MCQ/GK Free Practice Set -36 (876-900)
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876. सोलह महाजनपदों में से कितने गंगाघाटी में स्थित थे ? (a) 8 (b) 9 (c) 10 (d) 11 |
उत्तर-(b) व्याख्या-16 महाजनपदों में से कम्बोज तथा गान्धार पाकिस्तान में स्थित थे। अश्मक गोदावरी तट पर तथा अवन्ति मालवा क्षेत्र में स्थित थे। मत्स्य जनपद जयपुर के समीपवर्ती क्षेत्र में स्थित था। |
877. पाटलिपुत्र का संस्थापक कौन था ? (a) बिम्बिसार (b) अजातशत्रु (c) उदयभद्र (d) शिशुनाग |
उत्तर-(c) व्याख्या- पाटलिपुत्र का संस्थापक उदयभद्र था। बौद्धग्रन्थों में उसे पितृहन्ता कहा गया है। उसने पाटलिपुत्र नगर की स्थापना गंगा तथा सोन नदियों के संगम पर की थी। अजातशत्रु की विजयों के फलस्वरूप मगध साम्राज्य की उत्तरी सीमा हिमालय की तलहटी तक पहुँच गई थी। अतः पाटलिपुत्र को उदयभद्र ने अपनी राजधानी बनाया। |
878. निम्नलिखित में से किस अभिलेख में अशोक ने करों में कुछ रियायतों की घोषणा की ? (a) लघु शिलालेख, सासाराम (b) भाब्रू-बैराट लेख (c) लुम्बिनी स्तम्भ लेख (d) शिलालेख XII |
उत्तर-(c) व्याख्या-लुम्बिनी अभिलेख से अशोक द्वारा बुद्ध के जन्मस्थान की यात्रा की जानकारी मिलती है। इसे रुम्मिनदेई स्तम्भ लेख भी कहते हैं। यहाँ स्तम्भ के निर्माण का उल्लेख है। अशोक ने इसे ‘उबलि’ (बलि से मुक्त) कर दिया तथा ‘भाग’ को घटाकर 1/8 कर दिया। स्त्रोत- प्राचीन भारत का इतिहास —झा एवं श्रीमाली |
879. निम्नलिखित वक्तव्यों पर विचार कीजिए तथा नीचे दिए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- कथन (A) सांची कला में बुद्ध के जीवन दृश्यों का अंकन हुआ है। कथन (R)—साँची का बुद्ध के जीवन से निकट का सम्बन्ध था। (a) (A) और (R) दोनों सही है तथा (A) की सही व्याख्या (R) है। (b) (A) और (R) दोनों सही है, किन्तु (A) की सही व्याख्या (R) नहीं है (c) (A) सही है, किन्तु (R) गलत है (d) (A) गलत है, किन्तु (R) सही है |
उत्तर-(c) व्याख्या-साँची कला में बुद्ध के जीवन दृश्यों का अंकन हुआ है परन्तु साँची का बुद्ध के जीवन से निकट सम्बन्ध होने का कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं होता है। अतः कथन (A) सही है परन्तु कथन (R) गलत है। अतः उत्तर विकल्प (c) होगा। |
880. निम्नलिखित में से किसने यह कहा कि चन्द्रगुप्त मौर्य ने छः लाख सैनिकों की सहायता से सम्पूर्ण भारत पर आक्रमण और अधिकार किया था ? (a) जस्टिन (b) स्ट्रैबो (c) प्लूटार्क (d) डिमैक्स |
उत्तर-(c) व्याख्या प्लूटार्क ने लिखा है कि चन्द्रगुप्त ने छः लाख की सेना लेकर सम्पूर्ण भारत को रौंद डाला और उस पर अधिकार कर लिया। स्रोत- प्राचीन भारत का इतिहास एवं संस्कृति- के०सी० श्रीवास्तव; |
881. निम्नलिखित में से कौन अशोक के शासनकाल में सुराष्ट्र का गवर्नर था ? (a) तुषाष्प (b) सुविशाख (c) पुष्यगुप्त (d) राधागुप्त |
उत्तर- (a) व्याख्या- अशोक के समय तुषाष्प सुराष्ट्र का गवर्नर था। चन्द्रगुप्त मौर्य के समय पुष्यगुप्त तथा स्कन्दगुप्त के समय सुविशाख यहाँ का गवर्नर था। स्त्रोत- प्राचीन भारत का इतिहास एवं संस्कृति-के०सी० श्रीवास्तव |
882. निम्नलिखित वक्तव्यों पर विचार कीजिए तथा नीचे दिए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- कथन (A) – यज्ञ श्री शातकर्णि ने अपने सिक्कों पर जहाज का अभिप्राय अंकित करवाया। कारण (R) — दूर के देशों के साथ सातवाहन राज्य सघन सामुद्रिक व्यापार चलता था। (a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (A) की सही व्याख्या (R) है (b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किन्तु (A) की सही व्याख्या (R) नहीं है (c) (A) सही है, किन्तु (R) गलत है। (d) (A) गलत है, किन्तु (R) सही है. |
उत्तर- (a) व्याख्या-यज्ञश्री शातकर्णि के सिक्कों पर जहाज, मत्स्य एवं शंख की आकृति उत्कीर्ण थी। सातवाहन काल में आन्तरिक तथा बाह्य दोनों ही व्यापार उन्नति पर थे। प्रतिष्ठान, तगर, जुन्नार धान्यकटक, वैजयन्ती आदि प्रमुख व्यापारिक नगर थे। टॉलेमी गोदावरी तथा कृष्णा नदियों के डेल्टा के बीच स्थित अनेक बन्दरगाहों का उल्लेख करता है तथा बताता है कि इन स्थानों से मलयद्वीप तथा पूर्वी द्वीपों के लिए जहाज जाते थे। पश्चिमी देशों के लिए भी जहाज आते-जाते थे। पश्चिमी दकन में बेरीगाजा (महीच), सोपारा, कल्यान जैसे प्रसिद्ध बन्दरगाह स्थित थे। |
883. निम्नलिखित वक्तव्यों पर विचार कीजिए तथा नीचे दिए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- कथन (A) बुद्ध की तरह कुछ कुषाण सिक्कों पर एक जैन तीर्थकर अंकित है। कारण (R) – कुषाण काल में मथुरा जैन धर्म का बड़ा केन्द्र था। (a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (A) की सही व्याख्या (R) है (b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किन्तु (A) की सही व्याख्या (R) नहीं है (c) (A) सही है, किन्तु (R) गलत है (d) (A) गलत है, किन्तु (R) सही है |
उत्तर- (a) व्याख्या- मथुरा के शिल्पियों ने बुद्ध-बोधिसत्व मूर्तियों के अतिरिक्त हिन्दू एवं जैन मूर्तियों का भी निर्माण किया था। कुषाण काल में मथुरा जैन धर्म का केन्द्र था। कुछ कुषाण सिक्कों पर जैन तीर्थकर अंकित है। |
884. निम्न स्थानों में से कहाँ से रोमन बस्ती के पुरातात्विक अवशेष प्राप्त हुए हैं ? (a) सोपारा (b) भृगुकच्छ (c) ताम्रलिप्ति (d) अरिकामेडू |
उत्तर- (d) व्याख्या- अरिकामेडू (पॉण्डिचेरी) की खुदाई से रोमन बस्ती पुरातात्विक अवशेष प्राप्त हुए हैं। यहाँ से रोमन दीप के के कटोरे, रत्न, मनके तथा बर्तन खोजे गए हैं। एक मनके के रोमन सम्राट ऑगस्टस का चित्र बना हुआ है। इनसे पता चलता है कि ईसा की प्रथम दो शताब्दियों में भारत तथा रोम के बीच व्यापारिक सम्बन्ध था। अरिकामेडू एक प्रसिद्ध व्यापारिक केन्द्र था। |
885. उत्तर गुप्तवंश के निम्नलिखित राजाओं में कौन हर्ष का समकालीन था ? (a) हर्ष गुप्त (b) दामोदर गुप्त (c) माधव गुप्त (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं |
उत्तर-(c)व्याख्या- हर्षवर्धन के समय में माधवगुप्त मगध में उसके सामन्त के रूप में शासन करता था। वह हर्ष का घनिष्ठ मित्र एवं विश्वासपात्र था। अपसढ़ लेख से पता चलता है कि उसने अनेक शत्रुओं को विजित किया था। यह विजय उसने हर्ष की ओर से थी। ‘हर्षचरित’ से पता चलता है कि जब हर्ष शशांक को दण्डित करने के लिए गया था तो माधवगुप्त भी उसके साथ थाह मृत्यु के बाद उसने अपने को स्वतन्त्र घोषित कर दिया। |
886. हर्ष ने क्या उपाधि ग्रहण की थी ? (a) परम भागवत (b) परमादित्य भक्त (c) परम सौगात (d) परम माहेश्वर |
उत्तर-(c) व्याख्या हर्ष ने ‘परम सौगात’ उपाधि धारण की थी। |
887. निम्नलिखित में से कौन-सा गुप्त राजा गुप्त सम्वत् के वर्ष 56 में सिंहासनारूढ़ हुआ था ? (a) समुद्रगुप्त (b) चन्द्रगुप्त II (c) कुमारगुप्त 1 (d) स्कन्दगुप्त |
उत्तर-(b) व्याख्या – चन्द्रगुप्त प्रथम ने 319 ई० में अपने सिंहासनारोहण के समय गुप्त सम्वत् का प्रारम्भ किया था। चन्द्रगुप्त द्वितीय 375 ई० में शासक बना था। इस प्रकार वह गुप्त सम्बत् (56 + 319 =375 ई०) में सिंहासनारूढ़ हुआ था। स्रोत- प्राचीन भारत — एन०सी०ई०आर०टी० |
888. निम्नलिखित में से किस गुप्त राजा का एक अन्य नाम देवगुप्त था ? (a) चन्द्रगुप्त I (b) समुद्रगुप्त (c) चन्द्रगुप्त || (d) कुमारगुप्त |
उत्तर-(c) व्याख्या- चन्द्रगुप्त II का अन्य नाम ‘देव’ भी था और उसे देवगुप्त, देवराज, देवश्री आदि भी कहा गया है। विक्रमांक, विक्रमादित्य, परम भागवत आदि उसकी सुप्रसिद्ध उपाधियाँ थीं। स्त्रोत- प्राचीन भारत का इतिहास एवं संस्कृति—के०सी० श्रीवास्तव |
889. निम्नलिखित में से कौन-सी निधि गुप्त सिक्कों की सबसे बड़ी निधि थी ? (a) बस्ती निधि (b) बयाना निधि (c) हाजीपुर निधि (d) कोटवा निधि |
उत्तर-(b)व्याख्या-गुप्तकालीन सिक्कों की एक बड़ी निधि आगरा के निकट स्थित बयाना से प्राप्त हुई है। स्रोत- प्राचीन भारत — एन०सी०ई०आर०टी० |
890. निम्नलिखित वक्तव्यों पर विचार कीजिए तथा नीचे के कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- कथन (A) – बौद्ध ग्रन्थों की खोज में ह्वेनसांग लगभग दो वर्ष कश्मीर में रहा। कारण (R) – उस समय कश्मीर बौद्ध विद्या का एक प्रसिद्ध केन्द्र था। (a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (A) की सही व्याख्या (R) है (b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किन्तु (A) की सही व्याख्या (R) नहीं है (c) (A) सही है, किन्तु (R) गलत हैं (d) (A) गलत है, किन्तु (R) सही है |
उत्तर- (a) |
891. निम्नलिखित में से वह कौन-सी पुस्तक है, जो मोहम्मद बिनकासिम द्वारा सिन्ध के अरब विजय के इतिहास के मूल अरब ग्रन्थ का फारसी अनुवाद है ? (a) ताज उल मासिर (b) चचनामा (c) तुहफत उल मुजाहिदीन (d) फतवा-ए-जहाँदारी |
उत्तर-(b) व्याख्या- मोहम्मद बिन कासिम द्वारा सिन्ध विजय के इतिहास के मूल अरबी ग्रन्थ का फारसी अनुवाद ‘चचनामा’ है। अरबी भाषा में इस ग्रन्थ की रचना अली अहमद ने की थी। स्त्रोत- मध्यकालीन भारत (भाग-I) – हरिश्चन्द्र वर्मा |
892. श्री वल्लभ उपाधि किसकी विशिष्टता थी ? (a) गुप्तों की (b) वाकाटकों की (c) पल्लवों की (d) चालुक्यों की |
उत्तर- (d) व्याख्या- चालुक्य शासकों ने ‘श्री पृथ्वीवल्लभ’ अथवा ‘श्रीवल्लभ’ उपाधि धारण की। इसके अतिरिक्त वे ‘सत्याश्रय’, ‘रणविक्रम’ आदि उपाधियाँ भी धारण करते थे। |
893. वह श्रीविजय शासक, जिसने राजराज | के काल में अपने पिता नागपट्टन द्वारा आरम्भ किए गए बौद्ध विहार के निर्माण कार्य को पूरा किया, कौन था ? (a) समराप्रवीर (b) बालपुत्रदेव (c) मार विजयोत्तुंग वर्मन (d) त्रैलोक् वर्मन |
उत्तर-(c) व्याख्या-राजराज | के समय श्री मार विजयोतुंग वर्मन ने नागपट्टम में एक बौद्ध विहार बनवाया था। वह श्रीविजय का शासक था। राजेन्द्र प्रथम ने श्रीविजय पर अधिकार कर लिया था। |
894. निम्नलिखित में से किस एक स्थान को अरब यात्रियों ने ‘स्वर्ण गृह’ कहा है ? (a) मुल्तान (b) मैसूर (c) राजस्थान (d) गुजरात |
उत्तर- (a) व्याख्या – मुल्तान का अरबी नाम ‘फराज बयात-अल-धाहाब मिलता है जिसका अर्थ है—’स्वर्ण गृह’। मसूदी के अनुसार अल मुल्तान का अर्थ है- ‘स्वर्ण को स्थली’। |
895. निम्नलिखित में से किस एक चोल शासक ने रामानुज को उत्पीड़ित किया था तथा उन्हें अपने राज्य से बाहर निकाल दिया था ? (a) कुलोतुंग 1 (b) कुलोतुंग II (c) अधिराजेन्द्र (d) राजराज I |
उत्तर-(b) व्याख्या-कुलोतुंग II (1133-1150 ई०) ने चिदम्बरम् के मन्दिर के प्रांगण से गोविन्दराज की प्रतिमा को हटवाकर समुद्र में फिंकवा दिया। उसने रामानुज को उत्पीड़ित किया तथा उन्हें अपने राज्य से निकाल दिया। रामानुज यमुनाचार्य के शिष्य थे। उन्होंने विशिष्टाद्वैत दर्शन का प्रतिपादन किया था। |
896. निम्नलिखित में से कौन एक युग्म सही सुमेलित नहीं है ? (a) मदन वर्मा –चन्देल (b) सिन्धु राज– चाहमान (c) वाक्पतिमुंज—परमार (d) चन्द्रदेव– गहड़वाल |
उत्तर-(b) व्याख्या – चन्द्रदेव गहड़वाल शासक था जबकि वाक्पतिमुंज परमार शासक था। राजशेखर की रचना प्रबन्धकोश के ‘मदन वर्मा- प्रबन्ध’ से चन्देल नरेश मदनवर्मा के विषय में पर्याप्त जानकारी मिलती है। सिन्धुराज परमार शासक था जबकि भोज सिन्धुराज का पुत्र था। |
897. निम्नलिखित में से कौन गुजरात के सोलंकी राजवंश का संस्थापक था ? (a) महिपाल I (b) मूलराज (c) गोविन्द III (d) अमोघवर्ष |
उत्तर-(b) व्याख्या- गुजरात के चालुक्य सोलंकी राजवंश का संस्थापक मूलराज प्रथम था। उसने गुजरात के एक बड़े भाग को विजित कर अन्हिलवाड़ा को अपनी राजधानी बनाया। उसने प्रतिहारों से सौराष्ट्र तथा लक्ष से कच्छ प्रदेश जीत लिया था। |
898. मार्को पोलो जिसने 13वीं शताब्दी के अन्तिम दशक में भारत की यात्रा की थी, उसकी राष्ट्रीयता क्या थी ? (a) डच (b) स्पेनी (c) इटालियन (d) पुर्तगाली |
उत्तर-(c) व्याख्या मार्को पोलो वेनिस (इटली) का रहने वाला था। पाण्ड्य शासक मारवर्मन कुलशेखर के समय (1293 ई०) (पाण्डु देश की यात्रा पर वह कुलशेखर के सुशासन एर्व गा राज्य की समृद्धि की काफी प्रशंसा करता है। स्त्रोत- प्राचीन भारत का इतिहास एवं संस्कृति- के०सी० श्रीवास्तव |
899. मलिक कफूर के दक्षिण अभियान का अति विश्वसनीय वृत्तान्त दिया है- (a) अमीर खुसरो ने (b) हसन निजामी ने (c) मिनहाज ने (d) जियाउद्दीन बरनी ने |
उत्तर- (a) व्याख्या-मलिक कफर के दक्षिण अभियान का विश्वस वृत्तान्त अमीर खुसरो ने दिया है। अमीर खुसरो की रचना उल-फुतूह में मलिक काफूर के दक्षिणी अभियानों का वर्णन है। |
900. निम्नलिखित मुल्तानों में से किसका जैन विद्वानों से घनिष्ठ सम्बन्ध था ? (a) कुतुबुद्दीन ऐबक (b) बलबन (c) अलाउद्दीन खिलजी (d) मोहम्मद बिन तुगलक |
उत्तर—(d) व्याख्या – मुहम्मद बिन तुगलक विभिन्न धर्मों के सन्तों के साथ वाद-विवाद किया करता था। जैन सन्त ‘जिन प्रभा सूरि’ sss से उसके घनिष्ठ सम्बन्ध थे। उसने उमरा वर्ग के आधार को विकसित करते हुए उसमें न केवल भारतीय मुसलमान वरन् हिन्दुओं को भी शामिल किया। वह उलेमा वर्ग को भी न्याय व्यवस्था की परिधि के अन्दर लाया। स्रोत- मध्यकालीन भारत (भाग-1) – हरिश्चन्द्र वर्मा |
History MCQ Free Set :-यह इतिहास के 25 प्रश्न के श्रृंखला है। यह UPSC/UPPSC/BPSC/SSC CGL/NTA NET HISTORY/RAILWAY/TEACHING EXAMS इत्यादि के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह किया गया है। यह श्रंखला का लक्ष्य 1000 प्रश्नों का है। इससे आप अपने तैयारी की जांच कर सकते है । यह सीरीज आपको कैसा लगा। आप हम कमेंट और सब्सक्राइब करें। धन्यवाद ।