इतिहास के 25 प्रश्न के श्रृंखला की शुरुआत की गई है। यह PSC/UPPSC/BPSC/SSC CGL/NTA NET HISTORY/RAILWAY इत्यादि के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह किया गया है। आप अपने तैयारी की जांच कर सकते हैं। साथ ही यह सभी परीक्षाओं के लिए तैयार किया गया है।
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History MCQ/GK Free Practice Set -38 (926-950)
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926. निम्नलिखित चित्रकारों में से अकबर ने किसे मुल्तान का दीवान नियुक्त किया था ? (a) अब्दुल समद को (c) दसवन्त को (b) बसावन को (d) मीर सैयद अली को |
उत्तर- (a) व्याख्या— 1577 ई० अकबर ने चित्रकार ख्वाजा अब्दुस्समद को मुल्तान का दीवान नियुक्त किया था। |
927. प्रारम्भ में ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी का लक्ष्य था- (a) व्यापार और भूभाग (b) व्यापार, भूभाग नहीं (c) केवल भूभाग (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं |
उत्तर-(b) व्याख्या प्रारम्भ में ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी का एकमात्र लक्ष्य व्यापार करना था परन्तु धीरे-धीरे ब्रिटिश व्यापारिक फैक्ट्रियों के दुर्गीकरण तथा सैन्यीकरण की आवश्यकता महसूस की गई। भारत की तत्कालीन राजनीतिक परिस्थितियों के कारण भी ब्रिटिश महत्त्वाकांक्षा में वृद्धि हुई। अन्ततः ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी व्यापारिक कम्पनी से शासन करने वाली कम्पनी बन गई तथा उसका लक्ष्य भू-भाग अर्जित करना हो गया। |
928. जून, 1817 को पुणे की सन्धि पर किसने हस्ताक्षर किए थे ? (a) दौलत राव सिन्धिया (b) बाजीराव II (c) अप्पा साहेब (d) मल्हार राव होल्कर |
उत्तर-(b) व्याख्या तृतीय आंग्ल-मराठा युद्ध में पराजित होने के पूर्व लॉर्ड हेस्टिंग्स ने 13 जून, 1817 को पेशवा के साथ पूना की सन्धि नागपुर के साथ 27 मई, 1816 की सन्धि तथा सिन्धिया के साथ 5 नवम्बर, 1817 को कानपुर की सन्धि की। अन्ततः दौलतराव सिन्धिया नागपुर के अप्पा साहब तथा मल्हार राव होल्कर के साथ मिलकर बाजीराव II ने युद्ध किया। पेशवा किर्की के स्थान पर, भोसले सीताबर्डी के स्थान पर तथा होल्कर महीदपुर के स्थान पर पराजित हो गए तथा पूना प्रदेश का विलय कम्पनी ने अपने शासन विस्तार के रूप में कर लिया। |
929. निम्नलिखित कथनों में से कौन एक टीपू सुल्तान के विषय में सत्य नहीं है ? (a) उसने फ्रांस, टर्की तथा पर्सिया में कूटनीतिज्ञ भेजे थे (b) उसने चीन से व्यापारिक सम्बन्ध बनाए थे (c) उसके दरबार में कुस्तुनतुनिया तथा फ्रांस के राजदूत आए थे (d) उसने सामुद्रिक सेना नहीं बनाई थी |
उत्तर- (d) व्याख्या- विदेश व्यापार के विकास के लिए टीपू ने फ्रांस, तुर्की, ईरान और पेगू में दूत भेजे। चीन के साथ भी उसने व्यापार किया। उसके दरबार में कुस्तुनतुनिया तथा फ्रांस के राजदूत आए थे। टीपू ने 1796 ई० के बाद एक आधुनिक नौसेना खड़ी करने की कोशिश की थी। इसके लिए उसने दो नौका घाट बनवाए थे तथा जहाजों के नमूने स्वयं तैयार किए थे। |
930. प्लासी युद्ध में पराजय के पश्चात् सिराजुद्दौला लड़ाई के मैदान से भाग निकला। उसने निम्नलिखित में से किस वाहन का प्रयोग किया ? (a) उँट (b) हाथी (c) घोड़ा (d) पालकी |
उत्तर—(d) व्याख्या- सिराजुद्दौला प्लासी के मैदान से एक पालकी में बैठकर भागा था। स्त्रोत- इग्नू नोट्स |
931. निम्न में से किस एक कवि ने प्लासी की लड़ाई को ‘एक स्थायी दुःखभरी रात’ कहा था ? (a) नवीन चन्द्र सेन (b) बंकिम चन्द्र चटर्जी (c) रवीन्द्र नाथ टैगोर (d) सुब्रमनिया भारती |
उत्तर- (d) व्याख्या- सुब्रमनिया भारती ने प्लासी की लड़ाई को ‘एक स्थायी दुःखभरी रात’ कहा है। |
932. भारत में सर्वाधिक पूँजी निवेश किस क्षेत्र/क्षेत्रों में हुआ ? (a) चाय, कॉफी और नील में (b) रेलवे, बैकिंग, बीमा (c) सूती कपड़ों में (d) जूट मिलों में तथा जहाजरानी में |
उत्तर-(b)व्याख्या- भारत में सर्वाधिक पूँजी निवेश रेलवे, बैकिंग, बीमा तथा जहाजरानी के क्षेत्र में हुआ। |
933. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निम्नलिखित में से किस अधिवेशन में ‘ धन निकासी के सिद्धान्त’ को औपचारिक रूप में स्वीकार किया गया ? (a) बनारस अधिवेशन, 1905 (b) कलकत्ता अधिवेशन, 1906 (c) सूरत अधिवेशन, 1907 (d) उक्त में से कोई नहीं |
उत्तर- (d) व्याख्या- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सर्वप्रथम कलकत्ता अधिवेशन (1896 ई०) में ‘धन की निकासी’ के सिद्धान्त को स्वीकार किया। स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास- बी०एल० ग्रोवर |
934. ब्रिटिश भारत में रेलवे की उपयोगिता पर किसने कहा था, “ब्रिटिश भारत में रेलवे की कोई उपयोगिता नहीं है, यह दूसरे की पत्नी को अलंकृत करने जैसा है”। (a) दादाभाई नौरोजी (b) डी०ई० वाचा (c) जी०बी० जोशी (d) बालगंगाधर तिलक |
उत्तर- (d) व्याख्या-ब्रिटिश भारत में रेलवे की उपयोगिता पर बाल गंगाधर तिलक ने कहा था कि यह दूसरे की पत्नी को अलंकृत करने जैसा है। |
935. निम्नलिखित में से कौन स्थायी बन्दोबस्त के गुणों में से नहीं था ? (a) इसने सरकार के लिए वार्षिक निश्चित भू-राजस्व सुनिश्चित किया (b) सरकार स्थायी बन्दोबस्त को प्रस्तावित कर समय-समय पर होने वाले बन्दोबस्तों से मुक्त हो गई (c) इसने कम्पनी के लिए एक निष्ठावान जमींदार वर्ग का निर्माण किया (d) इसने किसानों के हितों को सुरक्षित किया |
उत्तर- (d) व्याख्या स्थायी बन्दोबस्त को जमींदारी प्रथा भी कहते हैं। इसमें सूर्यास्त कानून के आधार पर भू-राजस्व पूर्व में ही निर्धारित कर लिया जाता था। सरकार पर इससे बोझ कम हुआ तथा कम्पनी को एक निष्ठावान जमींदार वर्ग प्राप्त हो गया। इससे कम्पनी को लगान वसूलने के लिए अधिकारी-तन्त्र प्राप्त हो गया। स्रोत- आधुनिक भारत- एन०सी०ई० आर०टी० |
936. पहली बार भारतवर्ष की औसत प्रति व्यक्ति आय का सांख्यिकीय अनुमान प्रस्तुत करने वाला निम्नलिखित में से कौन था ? (a) दादाभाई नौरोजी (b) आर०सी० दत्त (c) जी० के० गोखले (d) फिरोज शाह मेहता |
उत्तर- (a) व्याख्या- प्रति व्यक्ति आय का पहला अनुमान दादाभाई नौरोजी ने लगाया। 1867-68 ई० में प्रति व्यक्ति आय 20 रु० मात्र थी। स्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास – बी० एल० ग्रोवर |
937. निम्नलिखित में से कौन एक 19वीं सदी के पूर्वार्द्ध में उभरे ‘यंग बंगाल’ आन्दोलन के पीछे ? (a) राजा राममोहन राय (b) माइकल मधुसूदन दत्त (c) राधाकान्त देव (d) हेनरी विवियन डेरोजियो |
उत्तर-(d) व्याख्या-19वीं सदी के तीसरे दशक के अन्तिम वर्षो तथा चौ दशक के दौरान बंगाली बुद्धिजीवियों के बीच एक आमूल् परिवर्तनकारी प्रवृत्ति पैदा हुई। यह प्रवृत्ति राममोहन राय की अपेक्षा अधिक आधुनिक थी और उसे ‘यंग बंगाल’ के नाम से जाना जाता है। उसका नेता और प्रेरक नौजवान एंग्लो इण्डियन हेनरी विविय डेरोजियो था। डेरोजियो का जन्म 1809 ई० में हुआ था। उस 1826 ई० से 1831 ई० तक हिन्दू कॉलेज में अध्यापन किया डेरोजियो में आश्चर्यजनक प्रतिभा थी। उसने महान् फ्रांसीसी क्रान्ि से प्रेरणा ग्रहण की और अपने जमाने के अत्यन्त क्रान्तिकारी विचार को अपनाया। डेरोजियो आधुनिक भारत का शायद प्रथ राष्ट्रकवि था। |
938. ‘तुहफात-उल-मुवहिद्दीन’, राममोहन राय द्वारा लिखित लेख है- (a) मूर्तिपूजा के विरुद्ध पहला लेख (b) कुलीनवाद के विरुद्ध पहला लेख (c) सतीप्रथा के विरुद्ध पहला लेख (d) विधवा पुनर्विवाह के विरुद्ध पहला लेख |
उत्तर- (a) व्याख्या-1803 ई० में राममोहन राय ने एक फारसी ग्रंथ -तुहफात-उल-मुवहिद्दीन’ (ऐकेश्वरवादियों को उपहार) प्रकाशित किया। यह मूर्ति पूजा के विरुद्ध पहला लेख था। 1820 ई० में उन्हे ‘ईसा के नीति वचन – शान्ति और खुशहाली’ का मार्ग प्रकाशित किया। दिसम्बर, 1821 में उन्होंने बंगला साप्ताहिक (शब्द कौमुद अथवा ‘प्रज्ञा का चाँद’ का प्रकाशन प्रारम्भ किया। |
939. सूची-I एवं सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे गए कूट से सही उत्तर को चुनिए- सूची-I सूची-II 1. सत्य महिला धर्म A. बाबा राम सिंह 2. रहनुमाई मजदयासन सभा B. मिर्जा गुलाम अहमद 3. नामधारी आन्दोलन C. मुकुन्द दास 4. अहमदिया आन्दोलन D. नौरोजी फरदोन जी |
उत्तर- (a) व्याख्या- रहनुमाई मजदयासन सभा की स्थापना दादाभाई नौरोजी फरदोन जी तथा एस०एस० बंगाली ने की थी। यह पारसी की सुधार सभा थी। मिर्जा गुलाम अहमद ने इस्लाम में सुधार ‘अहमदिया आन्दोलन’ चलाया। नामधारी आन्दोलन कूका आन्दोलन’ की एक शाखा थी। इसके संस्थापक बाबा रामसिंह और उनके शिष्य बालक सिंह थे। 1857 ई० में रामसिंह ने ‘नामधारी आन्दोलन’ की उसी प्रकार स्थापना की जैसे कि गुरु गोविन्द सिंह ‘खालसा पन्थ’ की स्थापना की थी। मुकुन्द दास (महिमा गोसाई नाम से प्रख्यात) ने 1860 के दशक में गोविन्द बाबा तथा भीम साथ मिलकर ‘सत्य महिला धर्म की स्थापना की। |
940. ‘रहनुमाई माजदायसन सभा’ किससे जुड़ी है ? (a) सिखों से (b) पारसियों से (c) मुस्लिमों में (d) सिन्धियों से |
उत्तर-(b)व्याख्या रहनुमाई माजदायसन सभा’ की स्थापना नौरोजी जी, दादाभाई नौरोजी तथा एस०एस० बंगाली ने मिलकर की पारसी धर्म में व्याप्त कुरीतियों का सुधार आन्दोलन का मुख्य उद्देश्य पारसियों की सामाजिक अवस्था में। था। पारसी धर्म को पुन: प्राचीन शुद्धता प्राप्त कराना तथा स्थिति में सुधार लाना था। |
941. निम्नलिखित नीतियों में से कौन-सी एक नीति 1857 के विद्रोह बाद अंग्रेजों ने देशी राज्यों के प्रति अपनायी ? (a) भारतीय राज्यों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाना (b) भारतीय राज्यों को अधिक शक्तियों प्रदान करना (c) भारतीय राज्यों को विदेशी शक्तियों के साथ सम्बन्ध बनाने को (d) भारतीय राज्यों की यथास्थिति बनाए रखना |
उत्तर- (d) व्याख्या महारानी की घोषणा के अनुसार, क्षेत्रों के विस्तार’ की नीति समाप्त कर दी गई और ‘स्थानीय राजाओं के अधिकार, गौरव तथा सम्मान’ को अपने समान ही संरक्षण का विश्वास दिलाया गया। भारतीय राज्यों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिलाने की नीति त्याग दी गई तथा यथास्थिति बनाए रखने की अपनाया गया परन्तु उन्हें न तो अधिक शक्तियाँ दी गईं और न ही विदेशी शक्तियों के साथ सम्बन्ध बनाने की छूट दी गई। |
942. निम्नलिखित में से कौन-सा 1857 के विद्रोह का परिणाम नहीं था। (a) विद्रोह मुगल साम्राज्य के ताबूत में अन्तिम कील साबित हुआ (b) इसने मराठा शक्ति के उत्थान की सभी आशाएँ धूल-धूसरित कर दी (c) इसने कम्पनी के शासन को समाप्त कर दिया (d) इसके कारण ईसाई धर्म का प्रसार हुआ |
उत्तर- (d) व्याख्या- महारानी की घोषणा में धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप नही करने की नीति को अपनाने की बात कही गई। विद्रोह से मुगल साम्राज्य का पतन हो गया तथा बहादुरशाह जफर को कैद कर रंगून भेज दिया गया। मराठा शक्ति भी पतन की ओर अग्रसर हो गई। नाना साहब नेपाल की ओर पलायन कर गए। स्त्रोत- भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष-विपिन चन्द्रा |
943. निम्नलिखित में से किस वर्ष इनफील्ड राइफल भारत में प्रवर्तित की गई ? (a) 1852 (b) 1853 (c) 1854 (d) 1856 |
उत्तर- (d) व्याख्या- भारत में इनफील्ड राइफल का प्रवर्तन 1856 ई० में किया गया। इस राइफल की कारतूस में गाय तथा सूअर की चर्बी लगी होती थी तथा उपयोग करते समय इसे मुंह से काटना पड़ता था। स्रोत- आधुनिक भारत- एन०सी०ई०आर०टी० |
944. मंगल पाण्डे को सर्वप्रथम एक लश्कर से कहाँ ज्ञात हुआ कि इनफील्ड राइफल में प्रयुक्त होने वाली कारतूस गाय एवं सूअर की चर्बी से चिकनी की गई थी ? (a) कलकत्ता (b) दमदम (c) अम्बाला (d) बैरकपुर |
उत्तर-(d) व्याख्या- पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में एक लश्कर से मंगल पाण्डे को चर्बी लगे कारतूस की पर्याप्त जानकारी मिली थी। स्रोत- भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष– विपिन चन्द्रा |
945. 1857 ई० के विद्रोह के कारणों पर ‘असबाब बगावते हिन्द’ भारतीय भाषा में किसी भारतीय द्वारा लिखी गई पहली पुस्तक थी। इसके रचयिता थे- (a) सर सैयद अहमद खाँ (b) मिर्जा असदउल्ला खाँ गालिब (c) मौलाना अबुल कलाम आजाद (d) सर मोहम्मद इकबाल |
उत्तर – (a) व्याख्या-1857 ई० के विद्रोह के कारणों पर किसी भारतीय भाषा में किसी भारतीय द्वारा लिखी गई प्रथम पुस्तक थी—’ बगावते हिन्द’। इस पुस्तक की रचना सर सैयद अहमद खाँ की थी। |
946. ब्रिटिश शासन के विरुद्ध होने वाले विद्रोहों का मिलान कीजिए— सूची-I सूची-11 A. संन्यासी विद्रोह 1. 1855-56 B. कोल विद्रोह 2. 1760 C. सन्थाल विद्रोह 3.1921 D. मोपला विद्रोह 4. 1831-32 |
उत्तर- (a)व्याख्या- संन्यासी विद्रोह (1760-70 ई०) में बंगाल में हुआ था। तीर्थ-यात्रा पर प्रतिबन्ध इसका प्रमुख कारण था। बंकिम चन्द्र चटर्जी के उपन्यास ‘आनन्द मठ में इसका उल्लेख है। इसके नेता द्विजनारायण और केना सरकार थे। सन्थाल परगना का ‘कोल विद्रोह’ विन्दराय मानकी के नेतृत्व में 1831-32 ई० में हुआ था। सन्थाल विद्रोह के नेता सिद्ध तथा कान्हु थे। यह विद्रोह 1855-56 ई० में हुआ था। मोपला विद्रोह 1921 ई० में केरल में हुआ था। इसके नेता अली मुसलियार थे। स्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास |
947. 1946 का नौसेना विद्रोह किस पोत पर शुरू किया गया था ? (a) आई०एन०एस० विराट (b) आई०एन०एस० क्राउन (c) आई०एन०एस० तलवार (d) उपर्युक्त में से कोई नहीं |
उत्तर-(c) व्याख्या- बम्बई में 18 फरवरी, 1946 को आई०एन०एस० तलवार के लगभग 1,100 सैनिकों ने खराब भोजन तथा जातीय भेदभाव के विरोध में हड़ताल कर दी। नाविक बी०सी० दत्त को तलवार पोत की दीवारों पर ‘भारत छोड़ो’ लिखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी रिहाई भी विद्रोह के कारणों में से एक थी। विद्रोह के संचालन के लिए नाविकों ने एक ‘नौसेना केन्द्रीय ‘हड़ताल समिति’ का गठन एम०एस० खान के नेतृत्व में किया। कराची में भी कुछ जहाजों के कर्मचारी इस हड़ताल में सम्मिलित हो गए। अन्तत: पटेल तथा जिन्ना के दबाव में आकर विद्रोहियों ने 25 फरवरी, 1946 को समर्पण कर दिया। |
948. निम्नलिखित में से किस अधिनियम में मुस्लिमों के लिए पृथक निर्वाचन को आरम्भ किया गया ? (a) भारत सरकार अधिनियम, 1935 (b) भारतीय स्वाधीनता अधिनियम, 1947 (c) मॉर्ले-मिण्टो अधिनियम, 1909 (d) मॉण्टेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार कानून, 1919 |
उत्तर-(c) व्याख्या – 1909 ई० में भारतीय परिषद् अधिनियम जिसे ‘मॉर्ले-मिण्टो सुधार’ भी कहा जाता है, पारित किया गया। इस अधिनियम के तहत मुसलमानों के लिए ‘पृथक् निर्वाचन क्षेत्र’ की घोषणा की गई। इस अधिनियम में अतिरिक्त सदस्यों की अधिकतम संख्या 60 कर दी गई। इनमें से 32 सदस्य अशासकीय थे। इनमें से 5 गवर्नर-जनरल द्वारा मनोनीत, 13 साधारण निर्वाचन मण्डल से, 6 भूमिपतियों के निर्वाचन मण्डल द्वारा, 6 मुस्लिम पृथक् निर्वाचन मण्डल द्वारा तथा 12 वाणिज्य मण्डल द्वारा निर्वाचित होते थे। भारत सरकार अधिनियम, 1919 में पृथक् निर्वाचन का अधिकार सिखों तथा यूरोपियनों को भी दिया गया। यह फूट डालने की राजनीति थी। |
949. निम्नलिखित में से कौन सही सुमेलित है ? (a) श्यामजी कृष्ण वर्मा -इण्डियन होमरूल सोसायटी (b) राम प्रसाद बिस्मिल – हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (c) भूपेन्द्रनाथ दत्त – बन्दी जीवन (d) भगत सिंह-‘हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन’ |
उत्तर- (a) व्याख्या-1905 ई० में श्यामजी कृष्ण वर्मा ने ‘भारत स्वशासन समिति’ का गठन किया जिसे प्रायः ‘इण्डियन हाउस’ की संज्ञा दी जाती थी। उन्होंने ‘इण्डियन सोशियोलोजिस्ट’ नामक मासिक पत्रिका भी प्रकाशित की। वी०डी० सावरकर ने नासिक में ‘मित्र मेला’ नामक संस्था की स्थापना की जो एक गुप्त संगठन ‘अभिनव भारत’ के रूप में परिणत हो गई। ‘बन्दी जीवन’ की रचना शचीन्द्रनाथ सान्याल ने की थी। इसने युवा पीढ़ी में क्रान्ति के प्रति चेतना जाग्रत की। अक्टूबर 1924 में क्रान्तिकारी युवकों का कानपुर में एक सम्मेलन हुआ जहाँ पर ‘हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन’ की स्थापना की चन्द्रशेखर आजाद के प्रयास से इसका नाम बदलकर हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन’ रखा गया। – भारत का स्वतन्त्रता संग्राम–विपिन चन्द्रा |
950. भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान अपने बन्दी बनाए जाने महात्मा गाँधी ने लोगों के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा-निर्धारित नहीं किया था ? (a) करो या मरो (b) सरकारी प्रशासन को सम्पूर्ण हड़ताल के माध्यम से पंगु के जोखिम पर भी राष्ट्र को जीवन्त बनाएँ (c) मृत्यु (d) अपने को ब्रिटिश सम्राट की प्रजा के रूप में देखें |
उत्तर- (d) व्याख्या- भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान अपने बन्दी बनाए जाने से पूर्व ही महात्मा गाँधी ने लोगों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे। आन्दोलन से पूर्व उन्होंने ‘करो या मरो’ का नारा दिया जिसका अर्थ था भारत की जनता देश की आजादी के लिए हर ढंग से प्रयत्न करे। उन्होंने प्रशासन को सम्पूर्ण हड़ताल के माध्यम से पंगु बनाने के लिए भी कहा। इस प्रकार सही विकल्प (d) उनकी संस्तुतियों में नहीं था। स्त्रोत- भारत का स्वतन्त्रता संग्राम—विपिन चन्द्रा |
History MCQ Free Set :-यह इतिहास के 25 प्रश्न के श्रृंखला है। यह UPSC/UPPSC/BPSC/SSC CGL/NTA NET HISTORY/RAILWAY/TEACHING EXAMS इत्यादि के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह किया गया है। यह श्रंखला का लक्ष्य 1000 प्रश्नों का है। इससे आप अपने तैयारी की जांच कर सकते है । यह सीरीज आपको कैसा लगा। आप हम कमेंट और सब्सक्राइब करें। धन्यवाद ।