History MCQ/ G.K. Free Practice Set -23 # इतिहास अभ्यास प्रश्न सेट-23

History MCQइतिहास के 25 प्रश्न के श्रृंखला की शुरुआत की गई है। यह UPSC/UPPSC/BPSC/SSC CGL/NTA NET HISTORY/RAILWAY इत्यादि के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह किया गया है। यह श्रंखला का लक्ष्य 1000 प्रश्नों का है। अतः सब्सक्राइव कर ले एवम् इसका लाभ उठाए।इससे आप अपने तैयारी की जांच कर सकते हैं। साथ ही यह सभी परीक्षाओं के लिए तैयार किया गया है।इसके pdf को आप हमारे वेबसाइट पर डाउनलोड कर सकते हैं

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History MCQ/GK Free Practice Set -23 (551-575)

551. निम्न में कौन एक प्रकार का मृद्भाण्ड है, जो वैदिक काल से सम्बन्धित है ?

(a) गेरूवर्णी मुद्माण्ड
(b) काले-लाल मृद्भाण्ड
(c) लाल मृद्भाण्ड
(d) चित्रित धूसर मृद्भाण्ड  
उत्तर- (a)  व्याख्या- गेरूवर्णी मद्भाण्ड वैदिक काल से सम्बन्धित हैं।
552. निम्न में से किस ऋग्वैदिक देव को अतिथि के रूप में उद्धृत किया गया है ?

(a) अग्नि
(b) इन्द्र
(c) वरुण
(d) सोम  
उत्तर- (a) व्याख्या- अग्नि ऋग्वैदिक देव को अतिथि के रूप में उद्धृत किया गया है। ऋग्वेद में अग्नि की स्तुति में 200 सूक्त लिखे गए हैं। यह देवता तथा मनुष्य के बीच सम्पर्क का माध्यम समझा जाता था। अग्नि के द्वारा ही देवताओं को आहुतियाँ दी जाती थीं। प्रत्येक घर में प्रज्वलित होने के कारण ही इसे प्रत्येक घर का अतिथि कहा गया है।
553. निम्न सभाओं में से किसे नरीष्ट कहा गया है, जिसका अर्थ एक ऐसा प्रस्ताव था जिसे भंग नहीं किया जा सकता था ?

(a) गण
(b) विदथ
(c) सभा
(d) समिति    
उत्तर-(c) व्याख्या- उत्तर वैदिक काल में सभा, समिति, गण तथा विदथ जैसी अनेक कबीलाई परिषदों का उल्लेख मिलता है। सभा मुख्यतः बुजुगों तथा प्रमुख व्यक्तियों की परिषद् थी जबकि समिति सम्पूर्ण जनता के लिए आम सभा के रूप में कार्य करती थी। विदथ आर्यों की सर्वाधिक (प्राचीन संस्था थी। इसे जनसभा कहा जाता था। सभा को ‘नरीष्ट’ कहा गया है जिसका अर्थ एक ऐसा प्रस्ताव था जिसे भंग नहीं किया जा सकता है।  
554.छठी शताब्दी ई.पू. में बौद्ध धर्म निम्न में से किसके विरुद्ध प्रतिक्रिया थी ?

(a) हिन्दू धर्म
(b) वेद
(c) ब्राह्मणवादी रीति-रिवाज
(d) व्यापक रूप से प्रचलित मांस सेवन की प्रथा
 
उत्तर-(c) व्याख्या- छठी शताब्दी ई.पू. में बौद्ध धर्म ब्राह्मणवादी रीति-रिवाज के विरुद्ध प्रतिक्रिया थी। छठी शताब्दी ई.पू. असाधारण मानसिक और आध्यात्मिक अशान्ति का युग था। इस काल में अनेक धार्मिक सम्प्रदायों का उद्भव तथा विकास हुआ जिसे इतिहासकार द्वितीय नगरीकरण या बुद्ध युग की संज्ञा देते हैं। कोई भी धार्मिक आन्दोलन अपने परिवेश की प्रतिक्रिया होती है। इस समय भारत में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक संरचना में तीव्र परिवर्तन दृष्टिगोचर होता है। वर्ण विभेद के कारण सामाजिक तनाव का जन्म हुआ। एक ओर वैश्य और शूद्र अपनी दीन-हीन सामाजिक अवस्था में सुधार चाहते थे, वहीं क्षत्रिय वर्ग ब्राह्मणों की सर्वोच्चता की धारणा को तोड़ने के लिए तत्पर था।  
555.निम्न में कौन-सी एक बौद्ध शाखा इस धर्म का प्रचार भारतीय सीमा से बाहर करने के लिए प्राथमिक रूप से उत्तरदायी थी?

(a) व्रजयान
(b) वज्रयान
(c) महायान
(d) हीनयान  
उत्तर-(c) व्याख्या- बौद्ध धर्म की महायान शाखा इस धर्म का प्रचार भारतीय सीमा से बाहर करने के लिए प्राथमिक रूप से उत्तरदायी थी। प्रथम शताब्दी ई. से लेकर हर्ष के समय तक यह सम्प्रदाय काफी लोकप्रिय रहा और इसका प्रसार जापान, चीन तथा मध्य एशिया के अनेक देशों तक हुआ। इसके अनुयायी बुद्ध को भगवान मानते हैं और मूर्ति पूजा पर विश्वास करते हैं। इस सम्प्रदाय ने अवतारवाद तथा भक्ति से सम्बन्धित हिन्दू धर्म के सिद्धान्त को अंगीकार कर लिया।  
556. निम्न में जैन धर्म के त्रिरत्न में क्या शामिल नहीं था ?

(a) सम्यक् ज्ञान
(b) सम्यक् दर्शन
(c) सम्यक् चरित्र
(d) मुक्ति  
उत्तर- (d) व्याख्या- जैन धर्म के त्रिरत्न है— 1. सम्यक् ज्ञान – जैन धर्म के अनुसार प्रत्येक वस्तु की रचना भौतिक और आध्यात्मिक, दो तत्वों के द्वारा हुई है। भौतिक तत्त्व असत्य, अनित्य तथा अन्धकारमय है, इसके विपरीत आध्यात्मिक अंश सत्य, नित्य तथा प्रकाशमय है। भौतिक अंश सर्वदा आध्यात्मिक अंश पर धर्म आवरण के रूप में छाया रहता है। भौतिक व आध्यात्मिक अंशों को भली-भांति समझना ही सम्यक् ज्ञान है। 2. सम्यक् दर्शन — इसके अनुसार मनुष्य को धर्म, तीर्थकरों तथा सत्य कर्मों के प्रति श्रद्धा व विश्वास रखना चाहिए। 3. सम्यक् चरित्र – काम वासनाओं के वशीभूत न होकर अपने कर्त्तव्यों का पालन करना ही सम्यक् चरित्र है।
557.. चन्द्रगुप्त मौर्य का प्राचीनतम अभिलेखीय उद्धरण निम्न में किस अभिलेख में मिलता है ?

(a) अशोक का बारबरा गुफा अभिलेख
(b) दशरथ का नागार्जुनी गुफा अभिलेख
(c) अशोक का जूनागढ़ शिलालेख
(d) रुद्रदामन का जूनागढ़ शिलालेख
उत्तर-(d) व्याख्या – चन्द्रगुप्त मौर्य का प्राचीनतम अभिलेखीय उद्धरण रुद्रदामन का जूनागढ़ शिलालेख में मिलता है।  
558. मौर्य काल में निम्न में कौन-सी मुद्रा प्रचलन में थी ?

(a) पण
(b) तौल
(c) काकिनी
(d) दिनार  
उत्तर- (a) व्याख्या- मुद्रा — राजवंश 1. पण–मौर्य काल 2. तोल –गुप्त काल 3. काकिनी– गुप्त काल 4. दिनार–(स्वर्ण सिक्का) गुप्त काल
559. मौर्य प्रशासन में रूपदर्शक था-

(a) मंच-प्रबन्धक
(b) स्वर्ण, चाँदी तथा ताँबे का परीक्षक
(c) सिक्कों का परीक्षक
(d) गणिकाओं का अध्यक्ष  
उत्तर-(c) व्याख्या- मौर्य प्रशासन में ‘रूपदर्शक’ सिक्कों का परीक्षक था।
560. मौर्य प्रशासन में माप और तौल का अध्यक्ष था-  

(a) संस्थाध्यक्ष
(b) लवणाध्यक्ष
(c) शुल्काध्यक्ष
(d) पौतवाध्यक्ष  
उत्तर- (d) व्याख्या- मौर्य प्रशासन में माप और तौल का अध्यक्ष पौतवाध्यक्ष था। अर्थशास्त्र में 28 अध्यक्षों का विवरण मिलता है, जो विभिन्न विभागों के अध्यक्ष के रूप में मन्त्रियों के नीचे काम करते थे। इन अध्यक्षों में प्रमुख था-
पण्याध्यक्ष=वाणिज्य का अध्यक्ष
सूनाध्यक्ष=बूचड़खाने का अध्यक्ष
आकाराध्यक्ष=खानों का अध्यक्ष
पौतवाध्यक्ष=माप-तौल का अध्यक्ष
गणिकाध्यक्ष=वेश्याओं का अध्यक्ष
सीताध्यक्ष=कृषि विभाग का अध्यक्ष
खन्याध्यक्ष=साम्भर सम्पत्ति अध्यक्ष
लौहाध्यक्ष=धातु का अध्यक्ष –
कुप्याध्यक्ष=वन सम्पत्ति अध्यक्ष
सूत्राध्यक्ष=कपड़े का अध्यक्ष
विवीताध्यक्ष=चरागाह अध्यक्ष
561. प्राचीन भारत का वह प्रसिद्ध शासक, जिसने अपने जीवन के अन्तिम दिनों में जैन धर्म अपनाया था ?

(a) चन्द्रगुप्त मौर्य
(b) अशोक
(c) समुद्रगुप्त
(d) बिन्दुसार
उत्तर- (a)  व्याख्या- अपने जीवन के अन्तिम दिनों में चन्द्रगुप्त मौर्य ने जैन धर्म को अपनाया था। अपने जीवन के अन्तिम चरण में पुत्र के पक्ष में सिंहासन छोड़कर चन्द्रगुप्त मौर्य ने जैनमुनि भद्रबाहु से जैन धर्म की दिक्षा ली और श्रवणबेलगोला (मैसूर) जाकर 278 ई.पू. में उपवास द्वारा शरीर त्याग दिया। जैन लेखों के अनुसार चन्द्रगुप्त मौर्य के शासन काल के अन्त में मगध में वर्षों का भीषण अकाल पड़ा था।
562. इण्डिका को लिखा था ?

(a) सेल्यूकस
(b) मेगस्थनीज
(c) कालिदास
(d) प्लिनी
उत्तर-(b)व्याख्या—मेगस्थनीज ने ‘इण्डिका’ को लिखा था। मेगस्थनीज यूनानी राजा सेल्यूकस का राजदूत था। उसने चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में करीब 17 वर्ष बिताए। उसने ‘इण्डिका’ नामक ग्रन्थ लिखा जिसमें तत्कालीन मौर्यवंशीय समाज एवं संस्कृति का विवरण दिया गया हैं।
563. भारत में अशोक का शासन काल था ?

(a) 273-232 ई.पू.
(b) 273-232 ई.पू.
(c) 273-222 ई.पू.
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर- (a)व्याख्या- भारत में अशोक का शासन काल 273-232 ई.पू. था। बिन्दुसार की मृत्यु के उपरान्त अशोक विशाल मौर्य साम्राज्य की गद्दी पर बैठा। अशोक के जीवन की प्रारम्भिक जानकारी हमें बौद्ध साक्ष्यों जैसे दिव्यावदान तथा सिंहली ग्रन्थों से मिलती है। सिंहली अनुश्रुति से ही यह ज्ञात होता है कि अशोक ने अपने 99 भाइयों की हत्या की। करीब चार वर्ष के सत्ता संघर्ष के बाद अशोक का विधिवत राज्याभिषेक करीब 269 ई.पू. हुआ। वैसे तो अशोक 273 ई. पू. में ही मगध के राजसिंहासन पर बैठ चुका था।
564. निम्न में कौन प्राचीन तमिल ग्रन्थ व्याकरण से सम्बन्धित है ?

(a) शिल्पादिकारम
(b) मणिमेखले
(c) तोलकाप्पियम
(d) पुराणानूरू  
उत्तर-(c) व्याख्या- प्राचीन तमिल ग्रन्थ तोलकाप्पियम’ व्याकरण से सम्बन्धित है। इसके रचनाकार तोलकाप्पिार थे। इसमें तीन खण्ड हैं। यह धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की नियमावली भी है।  
565. निम्न में सर्वप्रथम किसने व्यापक पैमाने पर स्वर्ण मुद्रा का प्रचलन किया ?

(a) कुजुल कडफिसेस
(b) विम कडफिसेस
(c) मिलिन्द
(d) कनिष्क          
उत्तर-(b) व्याख्या-विम कडफिसेस ने सर्वप्रथम व्यापक पैमाने पर स्वर्ण मुद्रा का प्रचलन किया था। इन्होंने सोने एवं ताँबे के सिक्के जारी करवाए। भारतीय प्रभाव से प्रभावित इन सिक्कों के एक ओर (यूनानी लिपि एवं दूसरी ओर खरोष्ठी लिपि खुदी थी।  
566. भारत में रोम के व्यापारिक प्रतिष्ठान की खोज निम्न में सर्वप्रथम की गई है-

(a) अरिकामेडु
(b) मुजिरिस
(c) भरूच
(d) ताम्रलिप्ति
उत्तर- (a) व्याख्या- भारत में रोम के व्यापारिक प्रतिष्ठान की खोज सर्वप्रथम अरिकामेडु में की गई थी। अरिकामेडु में 1945 ई. में हुई खुदाई से एक ऐसी रोमन बस्ती के विषय में जानकारी मिली जो व्यापारिक केन्द्र के रूप में प्रसिद्ध थी । इस बन्दरगाह से न केवल वस्तुओं का आयात-निर्यात होता था, बल्कि यहाँ पर रोमन निवासियों की पसन्द की वस्तुओं का निर्माण भी किया जाता था। यहाँ से रोमन मिट्टी के बर्तन, माला के दाने, काँच एवं पकी हुई ईंटों मूर्ति के अवशेष मिले हैं।
567. निम्न में किसने चरक को संरक्षण प्रदान किया ?

(a) चन्द्रगुप्त II
(b)  नरसिंह
(c) पुष्यमित्र शुंग
(d) कनिष्क
उत्तर–(d) व्याख्या- कनिष्क ने चरक को संरक्षण प्रदान किया था। कनिष्क कला और विद्वता का आश्रयदाता था। इसके दरबार में अश्वघोष (साहित्यकार), नागार्जुन (वैज्ञानिक), वसुमित्र, चरक (चिकित्सक) इत्यादि थे।
568. निम्न में ‘टोचारियन’ कौन थे ?

(a) हिन्द-यवन
(b) शक
(c) पार्थियन
(d) कुषाण  
उत्तर- (d) व्याख्या कुषाण को ‘टोचारियन’ कहा जाता है।
569. शुंग शासक अग्निमित्र निम्न में किस लेखक की कृति का नायक था ?

(a) पतंजलि
(b) अश्वघोष
(c) कालिदास
(d) बाण
उत्तर-(c) अग्निमित्र, शुंग शासक की कृति ‘मालविकाग्निमित्रम्’ का नायक था। चौथी शताब्दी के उत्तरार्द्ध एवं पाँचवीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में कालिदास द्वारा रचित इस संस्कृत ग्रन्थ से पुष्यमित्र शुंग एवं उसके पुत्र अग्निमित्र के समय के राजनीतिक घटनाचक्र तथा शुंग एवं यवन संघर्ष का उल्लेख मिलता है।
570. ‘मूर्ति-पूजा’ का प्रारम्भ माना जाता है—

(a) पूर्व आर्य काल
(b) उत्तर वैदिक काल
(c) मौर्यकाल
(d) कुषाण काल  
उत्तर-(d)व्याख्या – मूर्ति पूजा का प्रारम्भ कुषाण काल से माना जाता है।
571. कोणार्क स्थित प्रसिद्ध सूर्य मन्दिर का निर्माण किया था-

(a) प्रतापरुद्र
(b) अनन्तवर्मन
(c) नरसिंह
(d) नरसिंह II  
उत्तर-(c) व्याख्या-कोणार्क स्थित प्रसिद्ध सूर्य मन्दिर का निर्माण गंगवंशी शासक अनन्तवर्मन ने किया था। पूर्वी गंग वंश का सर्वाधिक प्रतापी शासक अनन्तवर्मन चोड़गंग था। इसने 1076 से 1148 तक राज्य किया। चोड़गंग ने पुरी के प्रसिद्ध जगन्नाथ मन्दिर का निर्माण करवाया। इस वंश के शासकों ने उत्तरी भारत के मुसलमानों और दक्षिण के भारतीय इतिहास बहमनी सुल्तानों के आक्रमण से उड़ीसा व जाजनगर की रक्षा का अन्तिम समय तक प्रयत्न किया। करीब चौदहवीं शताब्दी में उड़ीसा पर मुसलमानों ने आधिपत्य स्थापित कर लिया।  
572. ‘इदांगई’ तथा ‘वलांगई’ थे—

(a) सामाजिक वर्ग
(b) शैव पन्थ
(c) राजकीय समारोह
(d) वैष्णव पन्थ
उत्तर- (a) व्याख्या चोल काल में इदांगई (दक्षिण वर्गीय) तथा ‘वलांगई’ औद्योगिक वर्गीय दो समूह थे। ‘वलांगई’ जातियाँ मुख्यतः कृषक एवं श्रमिक जातियाँ थीं तथा इदांगई जातियाँ हस्तशिल्पकारों या दस्तकारों की जातियाँ थीं। चोल काल में इदांगई की अपेक्षा ‘वलांगई’ कहीं अधिक अधिकार युक्त होते थे। वलांगई का प्रभाव दरबार तथा सेना में कहीं अधिक था। इदांगई लोग अपनी आजीविका व्यापार तथा दस्तकारी के द्वारा चलाते थे।
573. पट्टिनम थे—

(a) मन्दिर – शहर
(b) औद्योगिक शहर
(c) बन्दरगाह शहर
(d) व्यापारिक केन्द्र
उत्तर-(c)व्याख्या—पट्टिनम बन्दरगाह शहर थे।
574. ‘संगम काल’ में तमिल भाषा में ‘महाभारत’ लिखने वाला कौन था ?

(a) कम्बन
(b) कुट्टन
(c) विल्लीपुतर आलवार
(d) पेरुन्देवनार  
उत्तर-(b) व्याख्या-संगम काल में तमिल भाषा में महाभारत कुट्टन ने लिखा था।
575. निम्न में किसने मानसून की खोज की ?

(a) हेरोडोटस
(b) हिप्पैलस
(c) होमर
(d) टॉलमी
उत्तर-(b) व्याख्या-हिप्पैलस नामक ग्रीक नाविक ने ईसा की प्रथम सदी में अरब सागर से चलने वाली मानसूनी हवाओं की जानकारी दी थी जिससे भारत एवं पश्चिम एशिया के बीच आवागमन में कम समय लगने लगा।
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